KCC loan holder- इस लेख(article) में हम जानेंगे कि अगर बैंक से ऋण(loan) लेने के बाद कर्जदार की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में बैंक किससे ऋण(loan) वसूलता है। केसीसी(KCC) योजना का मुख्य लक्ष्य किसानों को उनकी मेहनत से होने वाले नुकसान से बचाना है और साथ ही किसानों की आय में वृद्धि करना और फसलों को बेहतर बनाना है। तो क्या आपने कभी सोचा है कि केसीसी ऋण(KCC loan) धारक की मृत्यु पर क्या नियम हैं? यह जानना आपके लिए बेहद जरूरी है, तो आइए विस्तार से जानते हैं पूरी प्रक्रिया-
किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले लोन की सीमा– (Limit of loan available on Kisan Credit Card–)
क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना अब पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है। आपको बता दें कि इस कार्ड की मदद से किसान ३ लाख रुपये(3,00,000/-) तक का ऋण(loan) आसानी से पा सकते हैं, इसके लिए आपको कोई जमीन, एफडी या अपनी कोई संपत्ति गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। यह उधारकर्ता की आय, क्रेडिट स्कोर, मौजूदा ऋण और पूर्व-भुगतान इतिहास आदि के आधार पर कार्ड की क्रेडिट सीमा निर्धारित करता है।
इस ऋण(loan) पर किसानों को ७ फीसदी ब्याज दर(7 percent interest rate) मिलती है। इस ७ फीसदी(7 percent) में से १.५ फीसदी(1.5 percent) पर सरकार को सब्सिडी मिलती है। इस ऋण(loan) को समय पर चुकाने वाले किसानों को ब्याज दर में (3)३ प्रतिशत की छूट मिलती है। इस तरह अगर किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड पर ३ लाख रुपये(3,00,000/-) का ऋण(loan) लेते हैं तो उन्हें सिर्फ ४ फीसदी ब्याज दर(4 percent interest rate) पर ऋण(loan) मिल जाता है।
ऋण धारक की मृत्यु पर केसीसी नियम २०२३-२४ (KCC Rules on Death of Loan Holder 2023-24)
किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु पर क्या होता है? सबसे पहले तो जब कर्जदार किसान की मृत्यु हो जाती है तो उसके उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी बनती है कि वह उस किसान का कर्ज चुकाए। इसलिए बैंक कुछ कानूनी कार्रवाई कर सकता है, सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि ऋण(loan) दो प्रकार के होते हैं: सुरक्षित(secured) और असुरक्षित(unsecured)। सुरक्षित ऋण(secured loan) लेते समय आपको कुछ संपत्ति गिरवी रखनी पड़ती है, उदाहरण के लिए, अगर आप कृषि से संबंधित ऋण लेते हैं, तो आप अपनी जमीन पर ऋण(loan) लेंगे।
असुरक्षित ऋण(unsecured loan) में कुछ भी गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है। इस तरह के लोन ज्यादातर बिजनेसमैन लेते हैं। केसीसी(KCC) या कृषि ऋण(agricultural loan) बैंक द्वारा सुरक्षित ऋण(secured loan) के रूप में दिया जाता है। अगर आवेदक(applicant) ऋण(loan) नहीं चुका पाता है तो बैंक तीन तरह की कार्रवाई करता है।
- रिकवरी एजेंट(Recovery Agent):- ऋण(loan) न चुकाने की स्थिति में बैंक सबसे पहले आपके क्षेत्र में एक रिकवरी एजेंट भेजेगा या आपको कॉल करेगा।
- सूचना(Notice):- अगर इसके बाद आप (3)३ या अधिक किस्तें नहीं चुका पाते हैं, तो बैंक आपके घर एक सूचना(Notice) भेजता है।
- सेटलमेंट विकल्प देना(Giving settlement option):- अगर आप सूचना(Notice) का जवाब देते हैं, तो आपकी ऋण(loan) अवधि बढ़ा दी जाती है।
- नीलामी संपत्ति की(Auction of property):- अगर कोई ग्राहक या उसका वंशज पैसे नहीं चुकाता है, तो उस स्थिति में बैंक अंततः कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेता है और उस संपत्ति या जमीन को नीलाम कर देता है, जिस पर किसान ने ऋण(loan) लिया है।
केसीसी ऋण के लिए आवेदन करने के लिए दस्तावेज- (Documents to apply for KCC loan-)
- पासपोर्ट (Passport)
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card)
- ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License)
- किसान की जमीन के कागजात (Farmer’s land papers)
किसान क्रेडिट कार्ड ऋण के लिए आवेदन कैसे करें (How to apply for Kisan Credit Card Loan)
आप किसी भी बैंक में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए ऑफलाइन आवेदन[offline apply] कर सकते हैं। इसके लिए आपको बैंक जाकर आवेदन[application] (केसीसी आवेदन पत्र)[KCC Application Form] भरना होगा। इसके साथ ही सभी दस्तावेज भी जमा करने होंगे। फिर बाद में बैंक आपके सभी दस्तावेजों को क्रॉस वेरिफाई[cross verify] करेगा। इससे आपको किसान क्रेडिट कार्ड मिल जाएगा। इसके अलावा आप बैंक की आधिकारिक वेबसाइट[official website] पर जाकर भी केसीसी[KCC] के लिए आवेदन[apply] कर सकते हैं।